मृत्यु से पहले — अशोक कुमार पांडेय

 मृत्यु से पहले 



पढ़ जाना चाहता हूँ 

वह किताब जिसे भूल गया था 


बरसों से टलती यात्रा पर निकलते 

कहीं रुककर देखना चाहता हूँ पीछे 


काम खत्म कर लौटी बिटिया को 

एक चाय दे मुसकुराना चाहता हूँ 


तुम्हारे काँधे पर सर रखे पढ़ना चाहता हूँ 

वह ग़ज़ल 

जिसका साथ किया था तबसरा हमने 


अखबार पढ़ खुश हो लेना चाहता हूँ एक बार 

और 

मिटा डालना चाहता हूँ अपनी तस्वीरें

हर जगह से


— अशोक कुमार पांडेय

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